Page 173 - Final Draft_Casestudies_17June2019_new
P. 173

[DRAFT]

           फच्चों क े ऩारकों वे वम्ऩकत  क े शरए बी फार के बफनेट की जलाफदायी तम शै । ऩौधों की देखयेख, ऩौधों को

           ऩानी देना, प्राथतना भें अनुळावन, वुवलचाय, राईन वे जुते-चप्ऩर जभाना, कचया ना कयना, बोजन कयने

           वे  ऩशरे  शाथ  धोना,  बोजन  भॊत्र  फोरने  क े  फाद  बोजन  ळुरु  कयना  आर्द  कई  कामो  का  दातमत्ल  फार

           के बफनेट की जलाफदेशी भे शै ।


           अनुऩस्थथत फच्चो को ळारा भें राने क े शरए ककमे गए प्रमावों भें फार के बफनेट का बयऩूय वशमोग यशा –

               ●  फार के बफनेट ऩीरे चालर रेकय फच्चो क े घय जाते शै, औय थक ू र आने क े शरए आभॊबत्रत कयते शै

               ●  टोरी फनाओ अशबमान अॊतगतत बी प्रेरयत ककमा जाता शै

               ●  ऩोथटकाडत रेखन


           2. शळषा गुणलर्त्ा शेतु नलाचाय -

           1. ळारा भें शळषा की ऩद्धतत ‘वऩमय रतनांग‘ ऩय आधारयत शै । मश इव वलद्मारम की वफवे फड़ी वलळेऴताओॊ भें वे
               एक शै । मशॉ ॊ  कभजोय फच्चों को कभजोय न कशकय ‘थरो रनतय’ कशा जाता शै । ग्रुऩ इव तयश वे फनामे जाते शै

               स्जववे थरो रनतय क े वाथ एक पाथटत रनतय को बफठामा जाता शै स्जववे पाथटत रनतय भें ग्रुऩ वॊचारन षभता,

               वलऴमलथतु क े प्रतत आत्भवलश्लाव बी फढ़ता शै । फच्चे फच्चो क े वाथ आवानी वे शवख जाते शै ।

           2. ळारा शवद्धी कामतिभ अॊतगतत ळारा ने थलभूल्माॊकन ककमा ल औय वुधाय क े धचस्न्शत षेत्र शरए गए शै उन्शें तम

               वभम वीभा भे ऩूणत कयने का तनश्चम ककमा । आज की स्थथतत भे ळारा थतय 3 ऩय शै इववे ळारा का लातालयण
               बमभुक्त एलॊ आनन्दभमी फन गमा शै।




           3. गततवलधधमाॊ जो ळारा भें कयलाई गई –

           स्जववे खेर-खेर भें फच्चो को वीखाने का प्रमाव ककमा गमा । इनवे लातालयण को बी बमभुक्त औय आनन्दभम
           फनाने भें कापी वशामता शभरी ।-

               1.  ळारा क े वबी फच्चो क े ऩरयचम ऩत्र फनाकय नाभ वे ऩरयधचत कयामा ।

               2.  फच्चे  जो वाप–वपाई वे नशीॊ आए उनको ळारा भें शी तैमाय कयना । ( तेर, काॉच, कॊ घा)

               3.  ऩमातलयण भें रयतुओॊ क े जानकायी की गततवलधी

               4.  लऴत क े भशीनों क े नाभ क े शरए "वार भें शोते भशीने फायश'

               5.  अॊग्रेजी भें वप्ताश क े नाभ क े शरए "एक वलक भें गुडड़मा धमाशी'

               6.  "फच्चे कशाॉ जाओगे' थक ू र क े शरए प्रेरयत कयने की गततवलधी

               7.  र्शन्दी भें वप्ताश क े नाभ माद यखने क े शरए, "एक वप्ताश क े र्दन शै वात'


           166 | P a g e
   168   169   170   171   172   173   174   175   176   177   178