Page 450 - SLDP CASE STUDIES 2019-20, MIEPA
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3) स्पोकन इंपललश: प्रधानाध्यापपका क े प्रयत्न से डी-मार्ट संस्था द्वारा पवद्यालय में इंपललश पशपक्षका की व्यवस्था की गई।
पजससे छात्रों में इंपललश पवषय क े प्रपत रुपच उत्पन्न हो रही हैं।
पवशेष अध्यापकों क े माध्यम से छात्रों में अंग्रेजी क े प्रपत जागरुकता उत्पन्न करने क े पलए समय-समय पर कक्षाओं का
पनयोजन पकया गया हैं। अध्यापक पवपभन्न शैक्षपणक उपकरणों (र्ेप ररकॉडटर, मोबाईल, दृक-श्राव्य साधन, पडपजर्ल
क्लासऱूम) आपदद्वारा छात्रों को अंग्रेजी क े उच्चारण को स्पष्ट कराने का प्रयास करते हैं। बच्चे आनंपदत होकर अपधक से
अपधक सहभापगता प्रदपशटत कर रहे हैं। पजसका प्रभाव उनके उच्चारण पर सीधे पड़ता हैं। पजससे छात्र स्वयं आनंद लेते
हुए उच्चारण करते हैं और अपभनय करते हैं। बच्चों की बोलचाल की भाषा में इसका ज्यादा प्रभाव पड़ रहा हैं।
समय-समय पर प्रधानाध्यापपका भी वगट में जाकर छात्रों का मागटदशटन करती हैं। पजससे छात्रों का आत्मपवश्वास बढ़ता हैं
और प्रोत्साहन पमलता हैं।
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