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           शवखाते ल ्  खुद वीखते –वीखते आज इव भुकाभ तक ऩॊशचा शॉ I भेये शवखाने क े भागत भें जीलन भें
                                                                       ु
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           घर्टत तीन घटनाओ का भैं उल्रेख कयना चाशता शॉ:
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               1. भेये चाचा छोंजोय की फश वॊत स्जवकी लजश वे भें ऩशरी फाय ऩाठ्मऩुथतक क े यट्टा भाय दुतनमा

                  वे फशाय तनकर कय फाशयी सान क े फाये भें वोचाये क े शरए प्रेरयत शआ  I
                                                                                    ु
               2. शळभरा भें तनदेळक ऩयस्म्बक शळषा र्शभाचर श्री वऩ एर नेगी द्लाया रेतनॊग क े दौयान भुझे

                  फोरने क े शरमा खड़ा कयना जफ भें ऩशरी फाय एक शळषक क े तौय ऩय फोरने क े शरए खड़ा शआ
                                                                                                              ु
                  थे  इववे भेये भनोफर को फशत फर Iशभरामश घटना प्रशळषण क े दौयान भुझवे ऩूछे गए एक
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                  गझणत क े प्रळन वे जुडा शै स्जवभे भुझे गझणत को शर कयने भें फशत वशती शभरी I प्रळन इव
                                                                                      ु
                  प्रकाय वे था : मशी 840 रुऩमे ककवी याळी का 70 % शी तो भूर धन याळी क्मा शोगी ? मद्मवऩ

                  उव वभम भैं उव प्रळन का उर्त्य नशीॊ दे ऩामा ऩय घय जाकय वोच यशा था अचानक  भेये भन भें

                  एक नमा वलचाय आमा I मर्द 2 रुऩमे ककवी याशळ का 50% शो तो भूर याशळ तो चाय रुऩमे शी

                  शोगी I इव तयश  भेये प्राश्नों का उर्त्य शभर गमा I फव भुझे एक वूत्र फनाना था  भुझे 2 रुऩमे

                  औय 50% रुऩमे का क ु छ ऐवा कयना था कक उर्त्य चाय आ जामे I इव प्रकाय 2 औय 50% क े बाग

                  वे भुझे उर्त्य की प्रास्प्त शई Iइवको  भुझे गझणत को शर कयने भें फशत आवानी शई I  गझणत
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                                                                                        ु
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                  को शर कयने वे ऩशरे भें शभेळा मशी वोचता था कक उव प्रश्न वे जुदा कोई ऩूलत सान तो नशीॊ शै I
                  स्जववे की उव प्रश्न को शर ककमा जा वके  I


           भेयी वपरता का प्रभुख कायक


           भेयी वपरता का याज़ कोई एक कायण नशीॊ शै इववे फशत वये ऐवे बफॊदु शै जो भेयी वपरता का कायण
                                                                   ु
                  शै I भैंने तनम्नशरझखत बफन्दुओ को आधाय फना कय अऩने शळषण गततवलधध को आगे फढामा

                  जो इव प्रकाय वे शै :

                      1. वतत प्रमाव

                      2. कौळर वलकाव

                      3. व्मालशारयक शळषा

                      4. ऩाठ्मऩुथतक वम्ऩूणत नशीॊ वाधन भात्र

                      5. शळषण अधधगभ वाभग्री का अधधकतभ प्रमोग

                      6. फुतनमादी वुवलधाओॊ की व्मलथथा भें वभाज का वशमोग

                      7. भेया अनुबल भेयी वलधध

                      8.  शवखाना आवान शै अगय शळषण अच्छा शो
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