Page 442 - SLDP CASE STUDIES 2019-20, MIEPA
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इसमें दापोली तहजसल ने चलाई गयी ‘जहहजन दापोली’ प्रकल्प का बहुत लाभ हुआ। अध्ययन-अध्यापन में मुल्य जशक्षर्, सामाजजक और
राष्रीय उत्सव इनपर जवशेष लक्ष कें द्रीत जकया गया।
शैक्षजर्क जवकास क े साथ साथ छात्रों की सवाांगीन प्रगती क े जलए कला एविं क्रीडा क्षेत्रपर भी ध्यान कें द्रीत जकया गया। कला क्षेत्र की जजम्मेदारी
श्री. रिंगनाथ वायिंगर्कर सर क े उपर सोपी गयी। जब की क्रीडा क्षेत्र की जजम्मेदारी श्री. महेश महाडीक सर और श्री. आग्रे सर पर सौपी गयी। इससे बच्चों
ने इन दोनो क्षेत्रों में पाठशाला का नाम रोशन जकया । पिं. स. दापोली आयोजजत अजवष्कार कायणक्रम, तालुकास्तरीय LIONS CLUB समुहगीत स्पधाण,
गजानन महाराज मिंदीर समुहगीत स्पधाण इन जैसी कई स्पधाणओिं में पाठशालाने अपनी सिलता का झेंडा लहराया। क्रीडास्पधाणओ में भी सािंजघक और
वैयजिक दोंनो प्रकारों में पाठशाला ने जजल्हास्तर तक प्रगती की है। खास तौर से खो-खो में पाठशाला के बच्चों ने बहुत ही प्रगती की हैं।
इसके साथ साथ बच्चों को अपने परीसर, भौगोजलक जगत की पहचान कराने क े जलए पाठशाला की ओर से शैक्षजर्क सैर का आयोजन जकया
गया। इसमें पुर्े दशणन, प्रतापगड महाबळेश्वर दशणन इतना ही नहीं बल्की अपनी तहसील की भी छात्रों जानकारी हो इसजलए दापोली दशणन जैसी सैर का भी
आयोजन जकया गया।
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